Haw to make amla Candy

Haw to make amla Candy

                           amla Candy

आंवला एक बेहतरीन स्वास्थ वर्धक फल है।इस फल का उपयोग लगभग सभी लोग अलग अलग तरह से करना पसंद करते हैं।

किन्ही को खट्टा पसंद है,तो कोई मीठा खाना पसंद करता है।ऐसे में सभी अपने जरुरत या स्वादअनुसार इसका उपयोग करते हैं।
आंवले का आचार,आंवला जूश,आंवला केन्डी न जाने और क्या क्या?
इन सभी चिजों के दिवाने तो सभी होते हैं,लेकिन इनको बनाने की वीधि सायद ही आप लोग जानते हैं।
तो चलिए आज हम आंवला केन्डी बनाना जानते हैं।
आंवला केन्डी बनाना बहुत आसान है,और इसे बड़ी आसानी से आप अपने घर पर ही बना सकते हैं।
पहले हम आंवला के कुछ पहलुओं पर चर्चा करते हैं।आंवला प्राकृति द्वारा प्रदत एक एसा उपहार है,जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत लाभदायक है।आंवला हमारे शरीर को स्वास्थ रखने में काफी मदत करता है।आंवला के फायदे (Benefits of amla) के बारे में सायद आप सोच भी नहीं सकते।आंवला के साथ-साथ प्रकृति ने हमें और कइ उपहार दिए हैं,गिलोय(Giloy)के बारे में आपने सुना होगा इसकी विशेषताओं के बारे में अधिक जानकारी यहां प्राप्त कर सकते हैं।गिलोय के फायदे(benefits of giloy).आप ने अपने आंगन में लगी तुलसी के पौधे को रोजाना देखते होगें पर सायद आप इसकी खुबियों से अंजान हों,तुलसी प्रकृति द्वारा प्रदत एक बहुत ही नायाब पौधा है,जिसके फायदे(benefits of tulsi) को जानकर आप हैरान रह जाएंगें।
आंवला केंडी बनाने की विधी-:
आंवला केंडी बनाने की सामग्री

1. आंवले का फल।


2.शक्कर।

और बर्तन।
आंवला केंडी बनाने के लिए सबसे पहले आंवला के फलों को साफ पानी में धो लें।
अब आंवले के फल को एक बर्तन में रखें जिस्में उसे आसानी से उबाला जा सके।
बर्तन में इतनी मात्रा में पानी डालें जितने में आंमला के फल अच्छी तरह से उबल जाएं।
अब आंवले के फल को आठ से दस मिनट तक उबालें।
ध्यान रहे आंवले के फल ज्यादा गीला न हो जाएं।
अब उबले हुए आंवले को पानी से छानकर अलग कर लें ।
अब उसे कुछ देर ठंडा होने के लिए छोड दें,जिस्से आमले के फल से उबालते समय लगा पानी गिर जाए और आंवला कुछ हद तक कठोर बना रहे।
ठंड़ा होने के पश्चात आंवले के फल की गुठलियां एक-एक कर निकाल लें।
अब आंवले को किसी ढक्कन वाले बर्तन में रखकर उसमें शक्कर डाल दें।
तकरीबन 20-30 आंवले के फलों के लिए 200 ग्राम शक्कर की मात्रा लें।
Haw to make amla Candy
Amla candy
अब इस मिश्रण को ढ़ककर तीन दिनों के लिए वैसे ही रख दें।
तीन दिनों बाद आप पाएंगे कि शक्कर पिघलकर अच्छी तरह आंवले में मिल गए हैं।
अब बर्तन में बचे शक्कर के रस से आंवले के फल को छानकर अलग कर लें।
बचा हुआ शक्कर के पानी को फेंके नहीं,इसमें आंवले से विटामीन C प्रचुर मात्रा में घुल चुके हैं,जिसका प्रयोग आप पे पदार्थ जैसे सरबत आदि बनाने में कर सकते हैं।विटामीन सी और शक्कर का मिश्रण पेट ठंड़ा करने में लाभदायक होगा।
अब छाने गए आंवले को एक दिन तक सुखने दें।इसे ज्यादा न सुखाएं क्योंकि ज्यादा सुखाने से यह ज्यादा कठोर हो जाएगा।और खाने में यह ज्यादा मजेदार नहीं रहेगा।
अब आपके जायके के लिए आप इसमें थोडी शक्कर और मिला सकते हैं,या अपने कैंडी को थोडा नमकीन बनाने के लिए इसमें थोड़ा नमक भी मिला सकते हैं।
अब इसे किसी कनस्तर में अच्छे से ढ़ककर लंबे समय तक रख सकते हैं।
आंवला में आयरन भरपुर मात्रा में पाया जाता है,जिस्से यह महिलाओं के लिए अत्यंत लाभदायक होता है।
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