Save tree in hindi
आज हम इतने गंभीर टांपीक पर बात करने वाले हैं जो हम सभी के जीवन से जुड़ा है।
हम अपने पर्यावरण में प्रति दिन कुछ ना कुछ बदलाव अवश्य देखते हैं,पर आपने कभी सोचा है,ये बदलाव क्यूं?
आज हम बात करेंगें बदलाव के कारणों और उस्से उपजी समस्याओं पर।
आज हम बात करेंगें वृक्ष बचाओ (Save tree) पर।
slogan of Save Tree
जंगल से जीवन है, इसे नष्ट करना।
अपने जीवन को नष्ट करने के समान है।
हमें प्राकृतिक रुप से कइ अनमोल तोहफे प्राप्त हैं,पर सायद आज हम इनके महत्व को भूलते जा रहैं।
आप सभी जंगल और वृक्षों के बारे में अवश्य सुना है,और इनकी विशेषताओं से भी परिचित हैं।
1.प्रानदायक वायु :- हम जीवित रहने के लिए स्वांश के रुप में आक्सीजन गैस का उपयोग करते हैं,आक्सीजन गैस के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है,इसे हम प्राण वायु के नाम से भी जानते हैं।यह आक्सीजन गैस हमें पेड़ पौधों से ही प्राप्त होती है।
2.औषद्धी :-
अनेका अनेक बिमारियों से बचाव की दवा पेड़ पौधों से ही प्राप्त होती है,पेड पौधों से कइ प्रकार के अंग्रेजी और आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण होता है। हालांकि कुछ समय से आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग में भारी कमी आयी है।
3.पोषक पदार्थ :-
अधिकांशतः ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी वनों के उत्पाद से अपना पेट भरते हैं। घने जंगलों के बीच निवास करने वाले लोग भोजन के लिए जंगली कंद मूल और फलों का सहारा लेते हैं।हालांकि आज प्रत्येक क्षेत्र में कृषि कार्यों में उन्नती हुई है,फिर जंगलों में मिलने वाला कंद,आम,आंवला,फूल,चिरौंजी,आदि लोगों के मुख्य आहार में सामील है।शहरी लोगों का जीवन इन सब चीजों से दुर होता चला जा रहा है।
4.जीवीका के साधन :-
जीवन शहरी हो या ग्रामीण वृक्षों के उत्पाद से अछुते नही हैं,आज हम अपने घरों में जिन चिजों का उपयोग करते हैं उनमें से लगभग आधी वस्तुएं वृक्ष या वनों के उत्पाद से बनी होती हैं।
हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षों से बनी वस्तुओं की अधिकता होती है जैसे कृषि यंत्र,फर्निचर,घरों के दरवाजे,खिडकियां,घरों के छत आदि
साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में जलावन, घेरा, आदि कार्यों में भी लकड़ियों का बहुतायत में उपयोग होता है।
5.व्योवसाय :-
ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों के आमदनी का एक बड़ा हिस्सा वृक्षों और वनों से आता है,ग्रामीण क्षेत्र के लोग वनोपज बेचकर अपनी आमदनी बड़ाते हैं,इसमें मुख्य रुप से शाल वृक्ष के फल,केन्दू फल,चार फल,आम,कटहल,अमरुद,आंवला आदि प्रमुख हैं।
इसके साथ ही केन्दू पत्ता,और कुछ फूलों का विक्रय भी प्रमुखता से किया जाता है।
6.उद्ययोग :-
वनों के उपज और वृक्षों से बहुत सारे उद्योग धंधे अपना कच्चा माल प्राप्त करते हैं।इनमें से कुछ निम्न हैं-
नील के कारखानें :- नील के उत्पादन में वनों द्वारा प्राप्त कच्चे माल का ही उपयोग किया जाता है।जैसे शाल फल और एक विशेष फूल।
कागज उत्पाद :- कागज का उत्पादन के लिए कारखानें वृक्षों पर ही निर्भर हैं।
कागज के उत्पादन के लिए बांस,और विशेष प्रकार के घासों का उपयोग किया जाता है।
बीड़ी उत्पादन :- बीड़ी उत्पाद का मुख्य आधार वनोपज हीं हैं।केन्दू के पत्ते से मुख्यतः बीड़ी का उत्पादन किया जाता है।
पेय पदार्थ :- बहुत सारी कंपनियां पे पदार्थ का उत्पादन करतीं हैं, जो कच्चे माल के रुप मेंआम,जामुन जैसे फलों का उपयोग करती हैं।
फर्निचर एवं लुग्धी उत्पादन :- घरों में उपयोग होने वाले कुर्सी,टेबल,सोफे आदी लकड़ियों के ही बनाए जाते हैं,पर आज इन सभी चिजों को बनाने के लिए अलग-अलग वस्तुओं का प्रयोग होने लगा है।
साथ ही लकडी की छिलन या लुग्धी जो वस्तुओं के पैकिंग के लिए उपयोग में लाइ जाती है।जिस्से समानों को एक स्थान से दुशरे स्थान सुरक्षित रुप से लाया ले जाया जा सके।
दवाईयां :- कुछ दवाइयों का र्निमाण भी बृक्षों के उत्पाद से बनाए जाते हैं,जैसे सिनकोना की छाल।
वर्षा में वनों का योगदान
हम अक्सर देखते हैं कि जिन क्षेत्रों में अधिक वन होते हैं,उस क्षेत्र में वर्षा अधिक होती है।
वैज्ञानिकों नें भी माना है कि वन वर्षा के लिए महत्वपूर्ण कारक हैं।
उदाः वर्षा वन।
हमारे लिए वृक्ष बहुत महत्वपुर्ण हैं,अतः इसे बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
हम वृक्षों को कैसे बचाएं इसपर गंभीर चर्चा होनी चाहिए।
हम वृक्षों को कैसे बचा सकते हैं:-
1.जंगल में लगने वाले आग को रोकना चाहिए:-
हमारे देश में ही नहीं अपितु यह समस्या पुरे विश्व की है।
वनों को सार्वधिक क्षति दावानल से ही होती है।प्रत्येक वर्ष जंगलों में उगने वाले नए पौधे नष्ट हो जाते हैं।
इस्से पेड़-पौधों की अनेक प्रजातियां विलुप्त होने के कागार पर हैं।जंगल में पाए जाने वाले दुर्लभ जड़ी बुटियां अब ना के बराबर ही मिलती है।
2.वृक्षों की अंधाधुंध कटाई:-
वृक्षों की अंधाधुंध कटाई से आज जंगल समाप्त होते चले जा रहें हैं,वन उजड़कर खेत,नगर,और शहरों के रुप में तबदील होते चले जा रहें हैं।
मनुष्यों की बढ़ती जनसंख्या ने अपनी आवश्यक्ताओं की पुर्ती के लिए जंगलों का विनाश कर दिया है।
जहां कभी घनघोर जंगल हुवा करते थे,आज वहां बस्तीयां बस चुकी है।वृक्षों को काटकर लोंगों ने खेत और भवन का निर्माण कर लिया है।
हमें आज भी इसपर विचार करते हुए वृक्षों की कटाई को रोकना चाहिए।
3.इंधन के अन्य साधनों का उपयोग
एकऔर सरकार इंधन के साधन एल.पी. जी. को प्रमुखता दे रही है भरसक प्रयास किए जा रहें हैं,कि सुदूरवर्ती इलाकों में भी इसकी पहुँच हो।गरीब से गरीब व्यक्ति इसका उपयोग कर सके इस बात को सुनिश्चत करने के लिए अनक योजनाएं चलाई जा रहीं हैं।
परन्तु फिर भी आज ग्रामीण क्षेत्रों में इंधन का मुख्य साधन लकडी ही है,इंधन के रुप में ग्रामीण क्षेत्रों में नए उग रहे छोटे वृक्षों का भी इस्तेमाल कर लिया जाता है जिस्से वनों का तेजी से हास हुआ है।वनों की रक्षा के लिए यह आवश्यक है,कि इंधन के वैक्लपीक साधनों का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए।
4.वृक्षा रोपन
आज व्यक्ति जिस प्रकार अपने जीवन काल में वृक्षों का उपयोग कर रहा है,पर वृक्ष लगाने में उसकी कोइ दिलचस्पी नहीं है।
कारन जंगलों से वृक्ष धीरे धीरे समाप्त होते चले जा रहें हैं।
प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए की वह अपने जीवन काल में कुछ ना कुछ वृक्ष अवश्य लगाए।
5.वनों में पशुचारण
वनों में पालतु पशुओं को चराने से भी कुछ मात्रा में वनों का विनाश हुवा है।
वनों में उगने वाले नए वृक्षों को पालतु पशु अपने आहार के रुप में खा लेते हैं,जिस्से वनों के वृक्षों की संख्या लगातार कम हो रही है।अतः यह सुनिश्चत किया जाए की वनों में पशुचारण पर प्रतिबंध लगे।
➨जहां हरियाली,वहां खुशहाली।
➨आओ बच्चों तुम्हे बताउँ,बात मै एक ज्ञान की।
पेड़ पौधे ही करते हैं,रक्षा अपनी प्राण की।
➨बच्चा - बच्चा उठेगा,
पेड़ लगाकर धरती को सजाएगा।
➨वृक्ष लगाओ,हरियाली लाओ।
➨अगर हम वृक्ष लगाएंगें,वे हमारे काम आएंगें।
➨पेड़ वर्षा लाते हैं,गरमी से हमें बचाते हैं।
➨पेड़ लगाओ देश बचाओ,
पेड़ लगाओ जीवन बचाओ।
➨एक घर एक पेड़,संतुलन का यही है खेल।
➨बंजर धरती करे पुकार,वृक्ष लगाकर करो श्रृंगार।
➨पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ,दुनिया को सुंदर बनाओ।
➨जन जन का यही कहना है,वृक्ष धरा का गहना है।
➨चलो पौधा लगाएं,धरती को खुशहाल बनाएं।
➨पेडों से आती हरियाली,जंगल अब देखो हो रहें हैं खाली।
➨पेड पौधे मत करो नष्ट,
सांस लेने में होगा कष्ट।
➨पेड़ है जीवण का आधार,मत काटो इसे तुम यार।
➨वृक्षों की जब करोगे रक्षा,तभी बनेगा जीवण अच्छा।
➨पेड़ हैं,प्राकृति का मूल,इन्हें काटने की न करो तुम भुल।
➨हमारे पेड़ो का संरक्षण,हमारे भविष्य का संरक्षण।
➨जब होंगें पेड़ सुरक्षित,तभी होगा जीवन सुरक्षित।
➨पेडों को नष्ट होने से बचाओ,चलो अपना अब फर्ज निभाओ।
अब रहने दे ना काट मुझे
मेरा दिल भी रोता है,दर्द मुझे भी होता है।-2
अब थोड़ी मुझ पर दया कर,बहुत कम बचे हैं हम वृक्ष धरा पर।
अब टुकड़ो में ना बांट मुझे,अब रहने दे ना काट मुझे।
हरे हैं वन-उपवन जबतक,सुरक्षित है,जीवन तब तक।
हवा विषैली हो रही,अवरुद्घ हो रही सांस तुम्हारी।
बढ़ रहा है ताप धरा का,पिघल रही हिमनद सारी।
मैं बादल को खिंच लाता,अच्छे लगते बरसात मुझे।
अब रहने दे ना काट मुझे।-2
वृक्ष बिना जीवन सुना है,सुना है हर घर आंगन।
मैं जहरीली हवा पीकर,शुद्घ हवा देता हूँ।
देता हूँ छाया अपनी,फल फूल से भरता हूँ दामन।
क्या समझ आई मेरी बात तुझे?
अब रहने दे ना काट मुझे।-3
रिलेटेड पोष्ट
Giloy Benefit
Neem Tree Benefits in hindi
strange tree society in hindi
Benefits of banana tree
Sal tree wood in hindi
![]() |
Save tree image |
आज हम इतने गंभीर टांपीक पर बात करने वाले हैं जो हम सभी के जीवन से जुड़ा है।
हम अपने पर्यावरण में प्रति दिन कुछ ना कुछ बदलाव अवश्य देखते हैं,पर आपने कभी सोचा है,ये बदलाव क्यूं?
आज हम बात करेंगें बदलाव के कारणों और उस्से उपजी समस्याओं पर।
आज हम बात करेंगें वृक्ष बचाओ (Save tree) पर।
slogan of Save Tree
जंगल से जीवन है, इसे नष्ट करना।
अपने जीवन को नष्ट करने के समान है।
हमें प्राकृतिक रुप से कइ अनमोल तोहफे प्राप्त हैं,पर सायद आज हम इनके महत्व को भूलते जा रहैं।
वृक्ष या जंगल के महत्व Importance of tree or forest
आप सभी जंगल और वृक्षों के बारे में अवश्य सुना है,और इनकी विशेषताओं से भी परिचित हैं।
1.प्रानदायक वायु :- हम जीवित रहने के लिए स्वांश के रुप में आक्सीजन गैस का उपयोग करते हैं,आक्सीजन गैस के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है,इसे हम प्राण वायु के नाम से भी जानते हैं।यह आक्सीजन गैस हमें पेड़ पौधों से ही प्राप्त होती है।
2.औषद्धी :-
अनेका अनेक बिमारियों से बचाव की दवा पेड़ पौधों से ही प्राप्त होती है,पेड पौधों से कइ प्रकार के अंग्रेजी और आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण होता है। हालांकि कुछ समय से आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग में भारी कमी आयी है।
3.पोषक पदार्थ :-
अधिकांशतः ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी वनों के उत्पाद से अपना पेट भरते हैं। घने जंगलों के बीच निवास करने वाले लोग भोजन के लिए जंगली कंद मूल और फलों का सहारा लेते हैं।हालांकि आज प्रत्येक क्षेत्र में कृषि कार्यों में उन्नती हुई है,फिर जंगलों में मिलने वाला कंद,आम,आंवला,फूल,चिरौंजी,आदि लोगों के मुख्य आहार में सामील है।शहरी लोगों का जीवन इन सब चीजों से दुर होता चला जा रहा है।
4.जीवीका के साधन :-
जीवन शहरी हो या ग्रामीण वृक्षों के उत्पाद से अछुते नही हैं,आज हम अपने घरों में जिन चिजों का उपयोग करते हैं उनमें से लगभग आधी वस्तुएं वृक्ष या वनों के उत्पाद से बनी होती हैं।
हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षों से बनी वस्तुओं की अधिकता होती है जैसे कृषि यंत्र,फर्निचर,घरों के दरवाजे,खिडकियां,घरों के छत आदि
साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में जलावन, घेरा, आदि कार्यों में भी लकड़ियों का बहुतायत में उपयोग होता है।
![]() |
Save tree image |
5.व्योवसाय :-
ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों के आमदनी का एक बड़ा हिस्सा वृक्षों और वनों से आता है,ग्रामीण क्षेत्र के लोग वनोपज बेचकर अपनी आमदनी बड़ाते हैं,इसमें मुख्य रुप से शाल वृक्ष के फल,केन्दू फल,चार फल,आम,कटहल,अमरुद,आंवला आदि प्रमुख हैं।
इसके साथ ही केन्दू पत्ता,और कुछ फूलों का विक्रय भी प्रमुखता से किया जाता है।
6.उद्ययोग :-
वनों के उपज और वृक्षों से बहुत सारे उद्योग धंधे अपना कच्चा माल प्राप्त करते हैं।इनमें से कुछ निम्न हैं-
नील के कारखानें :- नील के उत्पादन में वनों द्वारा प्राप्त कच्चे माल का ही उपयोग किया जाता है।जैसे शाल फल और एक विशेष फूल।
कागज उत्पाद :- कागज का उत्पादन के लिए कारखानें वृक्षों पर ही निर्भर हैं।
कागज के उत्पादन के लिए बांस,और विशेष प्रकार के घासों का उपयोग किया जाता है।
बीड़ी उत्पादन :- बीड़ी उत्पाद का मुख्य आधार वनोपज हीं हैं।केन्दू के पत्ते से मुख्यतः बीड़ी का उत्पादन किया जाता है।
पेय पदार्थ :- बहुत सारी कंपनियां पे पदार्थ का उत्पादन करतीं हैं, जो कच्चे माल के रुप मेंआम,जामुन जैसे फलों का उपयोग करती हैं।
फर्निचर एवं लुग्धी उत्पादन :- घरों में उपयोग होने वाले कुर्सी,टेबल,सोफे आदी लकड़ियों के ही बनाए जाते हैं,पर आज इन सभी चिजों को बनाने के लिए अलग-अलग वस्तुओं का प्रयोग होने लगा है।
साथ ही लकडी की छिलन या लुग्धी जो वस्तुओं के पैकिंग के लिए उपयोग में लाइ जाती है।जिस्से समानों को एक स्थान से दुशरे स्थान सुरक्षित रुप से लाया ले जाया जा सके।
दवाईयां :- कुछ दवाइयों का र्निमाण भी बृक्षों के उत्पाद से बनाए जाते हैं,जैसे सिनकोना की छाल।
वर्षा में वनों का योगदान
हम अक्सर देखते हैं कि जिन क्षेत्रों में अधिक वन होते हैं,उस क्षेत्र में वर्षा अधिक होती है।
वैज्ञानिकों नें भी माना है कि वन वर्षा के लिए महत्वपूर्ण कारक हैं।
उदाः वर्षा वन।
![]() |
Save tree image |
हम पेड़ को कैसे बचा सकते हैं?How can we save tree?
Save treeहमारे लिए वृक्ष बहुत महत्वपुर्ण हैं,अतः इसे बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
हम वृक्षों को कैसे बचाएं इसपर गंभीर चर्चा होनी चाहिए।
हम वृक्षों को कैसे बचा सकते हैं:-
1.जंगल में लगने वाले आग को रोकना चाहिए:-
हमारे देश में ही नहीं अपितु यह समस्या पुरे विश्व की है।
वनों को सार्वधिक क्षति दावानल से ही होती है।प्रत्येक वर्ष जंगलों में उगने वाले नए पौधे नष्ट हो जाते हैं।
इस्से पेड़-पौधों की अनेक प्रजातियां विलुप्त होने के कागार पर हैं।जंगल में पाए जाने वाले दुर्लभ जड़ी बुटियां अब ना के बराबर ही मिलती है।
2.वृक्षों की अंधाधुंध कटाई:-
वृक्षों की अंधाधुंध कटाई से आज जंगल समाप्त होते चले जा रहें हैं,वन उजड़कर खेत,नगर,और शहरों के रुप में तबदील होते चले जा रहें हैं।
मनुष्यों की बढ़ती जनसंख्या ने अपनी आवश्यक्ताओं की पुर्ती के लिए जंगलों का विनाश कर दिया है।
जहां कभी घनघोर जंगल हुवा करते थे,आज वहां बस्तीयां बस चुकी है।वृक्षों को काटकर लोंगों ने खेत और भवन का निर्माण कर लिया है।
हमें आज भी इसपर विचार करते हुए वृक्षों की कटाई को रोकना चाहिए।
3.इंधन के अन्य साधनों का उपयोग
एकऔर सरकार इंधन के साधन एल.पी. जी. को प्रमुखता दे रही है भरसक प्रयास किए जा रहें हैं,कि सुदूरवर्ती इलाकों में भी इसकी पहुँच हो।गरीब से गरीब व्यक्ति इसका उपयोग कर सके इस बात को सुनिश्चत करने के लिए अनक योजनाएं चलाई जा रहीं हैं।
परन्तु फिर भी आज ग्रामीण क्षेत्रों में इंधन का मुख्य साधन लकडी ही है,इंधन के रुप में ग्रामीण क्षेत्रों में नए उग रहे छोटे वृक्षों का भी इस्तेमाल कर लिया जाता है जिस्से वनों का तेजी से हास हुआ है।वनों की रक्षा के लिए यह आवश्यक है,कि इंधन के वैक्लपीक साधनों का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए।
4.वृक्षा रोपन
आज व्यक्ति जिस प्रकार अपने जीवन काल में वृक्षों का उपयोग कर रहा है,पर वृक्ष लगाने में उसकी कोइ दिलचस्पी नहीं है।
कारन जंगलों से वृक्ष धीरे धीरे समाप्त होते चले जा रहें हैं।
प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए की वह अपने जीवन काल में कुछ ना कुछ वृक्ष अवश्य लगाए।
5.वनों में पशुचारण
वनों में पालतु पशुओं को चराने से भी कुछ मात्रा में वनों का विनाश हुवा है।
वनों में उगने वाले नए वृक्षों को पालतु पशु अपने आहार के रुप में खा लेते हैं,जिस्से वनों के वृक्षों की संख्या लगातार कम हो रही है।अतः यह सुनिश्चत किया जाए की वनों में पशुचारण पर प्रतिबंध लगे।
![]() |
Save tree image |
वृक्ष बचाओ स्लोगनSave tree slogan
➨जहां हरियाली,वहां खुशहाली।
➨आओ बच्चों तुम्हे बताउँ,बात मै एक ज्ञान की।
पेड़ पौधे ही करते हैं,रक्षा अपनी प्राण की।
➨बच्चा - बच्चा उठेगा,
पेड़ लगाकर धरती को सजाएगा।
➨वृक्ष लगाओ,हरियाली लाओ।
➨अगर हम वृक्ष लगाएंगें,वे हमारे काम आएंगें।
➨पेड़ वर्षा लाते हैं,गरमी से हमें बचाते हैं।
➨पेड़ लगाओ देश बचाओ,
पेड़ लगाओ जीवन बचाओ।
➨एक घर एक पेड़,संतुलन का यही है खेल।
➨बंजर धरती करे पुकार,वृक्ष लगाकर करो श्रृंगार।
➨पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ,दुनिया को सुंदर बनाओ।
➨जन जन का यही कहना है,वृक्ष धरा का गहना है।
➨चलो पौधा लगाएं,धरती को खुशहाल बनाएं।
➨पेडों से आती हरियाली,जंगल अब देखो हो रहें हैं खाली।
वृक्ष मत काटो स्लोगनDo not cut trees slogans
➨पेड पौधे मत करो नष्ट,
सांस लेने में होगा कष्ट।
➨पेड़ है जीवण का आधार,मत काटो इसे तुम यार।
➨वृक्षों की जब करोगे रक्षा,तभी बनेगा जीवण अच्छा।
➨पेड़ हैं,प्राकृति का मूल,इन्हें काटने की न करो तुम भुल।
➨हमारे पेड़ो का संरक्षण,हमारे भविष्य का संरक्षण।
➨जब होंगें पेड़ सुरक्षित,तभी होगा जीवन सुरक्षित।
➨पेडों को नष्ट होने से बचाओ,चलो अपना अब फर्ज निभाओ।
![]() |
Save tree image |
वृक्ष बचाओ कवीताSave tree poem
अब रहने दे ना काट मुझे
मेरा दिल भी रोता है,दर्द मुझे भी होता है।-2
अब थोड़ी मुझ पर दया कर,बहुत कम बचे हैं हम वृक्ष धरा पर।
अब टुकड़ो में ना बांट मुझे,अब रहने दे ना काट मुझे।
हरे हैं वन-उपवन जबतक,सुरक्षित है,जीवन तब तक।
हवा विषैली हो रही,अवरुद्घ हो रही सांस तुम्हारी।
बढ़ रहा है ताप धरा का,पिघल रही हिमनद सारी।
मैं बादल को खिंच लाता,अच्छे लगते बरसात मुझे।
अब रहने दे ना काट मुझे।-2
वृक्ष बिना जीवन सुना है,सुना है हर घर आंगन।
मैं जहरीली हवा पीकर,शुद्घ हवा देता हूँ।
देता हूँ छाया अपनी,फल फूल से भरता हूँ दामन।
क्या समझ आई मेरी बात तुझे?
अब रहने दे ना काट मुझे।-3
रिलेटेड पोष्ट
Giloy Benefit
Neem Tree Benefits in hindi
strange tree society in hindi
Benefits of banana tree
Sal tree wood in hindi
5 टिप्पणियां
vary nice good information
जवाब देंहटाएंGreat valuable information, thank you so much for sharing
जवाब देंहटाएंOpen Demat Account
Its very helpful for everyone
जवाब देंहटाएंStock brokerage calculator
Very Nice blog, I like this
जवाब देंहटाएंCurrency Market Live
I like it, Very Nice Informative Blog!
जवाब देंहटाएंRockfon Australia